Thursday 28 January 2016

फीजी में हिंदी परिषद का गठन





फीजी में राष्ट्रीय स्तर की संस्था हिंदी परिषद, फीजी का गठन
दिनांक 16 जनवरी, 2016 को आर्य प्रतिनिधि सभा के मुख्यालय में एक अत्यंत महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें राष्ट्रीय स्तर की संस्था हिदी परिषद, फीजी का औपचारिक रूप से गठन किया गया। फीजी में आर्यसमाज के सबसे वरिष्ठ नेता श्री भुवन दत्त इसके अध्यक्ष और भारतीय मूल के लोगों की बड़ी धार्मिक संस्था सनातन धर्म के सचिव श्री वीरेन्द्र इस संस्था के सचिव निर्वाचित हुए। चुनाव शिक्षा मंत्रालय के श्री रमेश चंद द्वारा करवाए गए। बा से पधारे वरिष्ठ हिंदी सेवी श्री आनंदी भाई , फीजी सेवाश्रम संघ , युवा के संयोजक श्री अखिलेश , मीडिया व्यक्तित्व और ई ताईकेई समाज के श्री नेमानी इसके उपाध्यक्ष निर्वाचित हुए । सह सचिव के रूप में हिंदी लेखक संघ, फीजी के श्री जैनेन प्रसाद, शिक्षा मंत्रालय की श्रीमती श्यामला, फीजी नेशनल युनिवर्सटी में लेक्चरर श्रीमती सुभाषिनी निर्वाचित हुई। गुजराती समाज की जानीमानी हस्ती श्री मनहर नारसी व विरखू भाई कोषाध्यक्ष व सह –कोषाध्यक्ष निर्वाचित हुए । लाईब्रेरियन के पद पर श्रीमती रोहिणी ( शिक्षा मंत्रालय) को निर्वाचित किया गया। युनिवर्सटी ऑफ साउथ पैसिफिक की श्रीमती इंदु चंद्रा, संगम के श्री सदाशिव नायकर, शिश्रा मंत्रालय के श्री रमेश चंद, फीजी नेशनल युनिवर्सटी की श्रीमती विद्या सिंह व मास्टर नरेश यूनिवर्सटी ऑफ फीजी की श्रीमती सुकेश बली व श्री रीगेन्द्र लाल , वरिष्ठ हिंदी सेवी श्रीमती भिंडी, श्रीमती मनीषा रामरखा, हिंदी सेवी किरण माला सिंह , श्री अजय सिंह, श्रीमती सरिता चंद, पंडित विज्ञान शर्मा बा के प्रसिद्द कवि श्री युसुफ, लंबासा की हिदी लेखिका श्रीमती प्रवीणा को समिति का सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया। पहली बार किसी हिंदी संस्था में ई-ताऊकेई समाज और मुस्लिम समाज का भी प्रतिनिधित्व है।
परिषद को भारतीय उच्चायोग का सहयोग प्राप्त है। देश में हिंदी की राष्ट्रीय संस्था खड़ा करने के प्रयास पूर्व में भारतीय उच्चायुक्त श्री प्रभाकर झा व श्री विनोद कुमार ने क्रमश : 2008 व 2011 में किए थे। उसी कड़ी को आगे बढ़ाया गया है। परिषद की अब तक कई तैयारी बैठक हो चुकी हैं और दिनांक 18 दिसंबर, 2015 को परिषद द्वारा ‘फीजी में हिंदी की स्थिति’ विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित की गई थी। फीजी में रहने वाले भारतीय मूल के लोगों की प्रमुख संस्थाओं में इसकी भागीदारी तो है ही साथ उनके प्रतिनिधियों को परिषद की बैठक में विशेष आमंत्रित के रूप में बुलाया जाना प्रस्तावित है। परिषद में देश के सभी प्रमुख नगरों , सुवा, लाटुका, बा, नांदी, लंबासा से हिंदी प्रेमी हैं। आर्य समाज, सनातन सभा , गुजराती समाज, फीजी सेवाश्रम संघ, शिक्षा मंत्रालय, युनिवर्सटी ऑफ साउथ पैसिफिक, फीजी नेशनल युनिवर्सटी और युनिवर्सटी ऑफ फीजी का प्रतिनिधित्व भी सुनिश्चित किया है। परिषद ने फरवरी में विश्व हिंदी दिवस के आयोजन पर लेखकों की कार्यशाला व प्रस्तुति व भविष्य में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन करने के बारे में दो समितियों का गठन किया है।

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